बेहतर लगता है , तेरी रचनायें पढ़ना । बेहतर लगता है , तेरी रचनायें पढ़ना ।
ए भारत के वीर शहीदों, तुम पन्ने हो अमर कहानी के। ए भारत के वीर शहीदों, तुम पन्ने हो अमर कहानी के।
गर न होते पेड़ जमीं पर कैसी होती धरती सारी प्रकृति का वजूद न होता हरियाली गुम हो जात गर न होते पेड़ जमीं पर कैसी होती धरती सारी प्रकृति का वजूद न होता हरिया...
मझधार में खड़ी तेरी नाव को लिखूं या फिर अपनी ज़िंदगी के गुलज़ार को लिखूँ! मझधार में खड़ी तेरी नाव को लिखूं या फिर अपनी ज़िंदगी के गुलज़ार को लिखूँ!
नव वर्ष के स्वागत को सब हैं बेकरार, कोई पार्टी तो कोई डिस्को जाने को है तैयार, नव वर्ष के स्वागत को सब हैं बेकरार, कोई पार्टी तो कोई डिस्को जाने को है तैयार...
हमसे पहले उससे मिल ये मुस्कुराहट पहले ही मौत की प्यारी नींद सो गयी हमसे पहले उससे मिल ये मुस्कुराहट पहले ही मौत की प्यारी नींद सो गयी